कुछ देर पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पुलवामा हमले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भारत से युद्ध ना करने की अपील जरुर की लेकिन साथ ही यह भी कह दिया की भारत अगर पाकिस्तान पर हमला करता है तो पाकिस्तान भी चुप नही बैठेगा|
हालाँकि उन्होंने पुलवामा हमले में पाकिस्तान की भूमिका से साफ इनकार कर दिया | उन्होंने कहा कि "पुलवामा में हुए हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराना गलत है| इस हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नही है | भारत चाहे तो इसकी जाँच करवा सकता है और अगर कोई सबूत मिलता है जिसमे पाकिस्तान का हाथ हो तो मैं जाँच करवाने के लिए तैयार हूँ |
इससे एक बात तो साफ़ हो गई है कि पाकिस्तान को चारों ओर से घेरने के बाद इमरान खान पूरी तरह से दबाव में है और कही ना कही डर भी सता रहा है भारत की जवाबी कार्रवाई का |
हालाँकि इमरान खान ने पाकिस्तान को बेकसूर बताने की कोशिश जरुर की लेकिन उन्होंने पुलवामा हमले की न तो निंदा की और ना ही अफ़सोस जाहिर किया | और भारत को कश्मीरी लोगो बात करके मसला हल करने की नसीहत भी दे दी |
इमरान खान जानते है कि उन्होंने ये प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत के डर से की है लेकिन उन्होंने अपना डर छुपाते हुए पुलवामा हमले के इतने दिन बाद अपनी प्रेस कांफ्रेंस का हवाला देते हुए कहा कि इतने दिन वो सऊदी क्राउन प्रिंस के स्वागत में व्यस्त थे | हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान कभी पहले हमला करने की गुस्ताखी नही करेगा |
करीब 6 मिनट की प्रेस कांफ्रेंस में इमरान खान ने वो बात भी कह दी जो भारतीय विपक्षी राजनीतिक दलों ने कहना शुरू कर दिया है कि "लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण मोदी सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए पाकिस्तान को हमले की धमकी दे रहा है|"
इमरान खान की इस प्रेस कांफ्रेंस का सीधा प्रसारण करने के बजाय पाकिस्तानी मीडिया ने इस विडियो की एडिट करके प्रसारित किया| 6 मिनट के इस विडियो 20 से ज्यादा कट लगाये गये है| इससे साबित होता है कि पाकिस्तानी सेना की कठपुतली इमरान खान को प्रेस रिलीज़ की भी स्वतंत्रता नही है|
अगर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को प्रेस रिलीज़ की भी स्वतंत्रता नहीं है तो उनके इस बयान का औचित्य ही क्या रह जाता है|
हालाँकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पुलवामा हमले में पाकिस्तान की भूमिका होने से इंकार कर दिया है लेकिन इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने पहले से ही ले ली है| ऐसे में पाकिस्तान का एक और झूठ बेनकाब हो गया है |
और ये प्रेस कांफ्रेंस उन तथाकथित भारतीय उदारवादियो के मुंह पर भी करार तमाचा है जो इमरान खान को प्रेम पत्र लिख रहे है और उनकी तारीफ करते आ रहे है कि इमरान खान पाकिस्तानी सेना की कठपुतली नहीं है |
Terroristan
ReplyDeleteNice
ReplyDeletehahaha
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