सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले के बाद जहाँ पूरा देश गुस्से में है, और सरकार पर बदला लेने का दबाव डाल रहे है | वही कुछ तथाकथित और असामाजिक तत्व भारत की जनता से शांति की अपील कर रहे है तथा पाकिस्तान से बदला लेने की बात करने वाले लोगो से सोशल मिडिया छोड़ देने की बात कह रहे है | आपको बता दे कि ये वही लोग है जो हमेशा कश्मीरी पत्थरबाजों को भटके हुए नौजवान और मासूम होने की वाकलात करते आ रहे है,और भारतीय सेना को बलात्कारी कहते आये है | ये वही लोग है जो अमित शाह को स्वाइन फ्लू होने पर ख़ुशी मना रहे थे और अमित शाह के मरने की कामना कर रहे थे |
JNU की टुकड़े गैंग के हिमायती ये लोग आज जब सेना पर हमला हुआ है और हमारे जवान शहीद हुए है तो जवानों के प्रति हमदर्दी नही दिखा रहे है बल्कि उन आतंकियों की जरुर फ़िक्र इन लोगो को| ऐसे में भारत से शांति बनाये रखने की अपील कर रहे है |
द वायर और द हिन्दू जैसी पत्रिकाओ की कोलमनिस्ट प्रेरणा बक्शी कहती है कि ''पुलमावा हमले के बाद पाकिस्तान से बदला लेने बात करने वालो को ट्विटर छोड़ देना चाहिए|''
वही न्यूज़ 18 की पोलिटिकल एडिटर मार्या शकील ने टीवी ऐंकरो को ही नसीहत दे डाली | मार्या शकील ने ट्विट किया कि '' टीवी स्क्रीन पर खून के प्यासे एंकरों को पीछे हटना चाहिए, बदला लेने कि बात आपको टीआरपी दिलवा सकती है | हमारा काम लोगो भड़काना नही बल्कि सही रिपोर्टिंग करना है ''
दूसरी और सागरिका घोष पुलमावा हमले के बाद से लगातार मोदी सरकार को कोसने में लगी हुई है | आज के दिन भी उन्होंने सिर्फ राजनीति करके अपनी घटिया मानसिकता का परिचय दिया है |
आपको बता दे कि पुलमावा में हुए हमले का कुछ देशद्रोही तत्व जश्न मनाने से भी बाज नही आये | अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक स्टूडेंट ने पुलमावा हमले पर जश्न मनाया| AMU के छात्र बसीम हिलाल ने ट्विटर के पर पोस्ट डाली जिसमे उसने जैश-ए-मोहम्मद की इस कायराना हरकत की तारीफ की | जिसका लोगो द्वारा शिकायत करने पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने FIR दर्ज कर लड़के की तलाश शुरू कर दी है |
योगी की पुलिस पहले से ही अपनी सख्ति और कार्यप्रणाली के लिए प्रसिद्द है|
हालाँकि कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी इस हमले को एक हिंसा मात्र बता रहे है | और देश को शांत रहने की नसीहत दे रहे है |
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