Skip to main content

पाकिस्तान पर लादेन से भी बड़ी कार्रवाई की तैयारी- सुरक्षा परिषद्


Pic credit- catchnews.com

पुलवामा हमले के बाद से पाकिस्तान विश्व से अलग - थलग पड़ता जा रहा है | वही भारत समेत कई देशों ने पाकिस्तान कार्रवाई के संकेत दे दिए है |

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि - '' हम देश को निराश नहीं होने देंगे | हम पाकिस्तान पर बड़ी कार्रवाई करने की सोच रहे है इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार विश्व के बड़े देशों से संपर्क में है | 

वही पाकिस्तान को भी भारत की कार्रवाई का डर सता रहा है | पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तानी सेना को सजग रहने को कहा है और बंकरों में घुसे रहने के आदेश दिए है | इससे साफ पता चलता है कि पाकिस्तान कितने दबाव में है |

इसी बीच भारत के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद्  से भी खुशखबरी आयी है | संयुक्त राष्ट्र   सुरक्षा परिषद् ने पुलवामा हमले की निंदा करते   हुए भारत को समर्थन दिया है| लेकिन मजे की   बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में चीन भी शामिल है | परिषद् ने   पुलवामा हमले को जघन्य बताते हुए पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का भी जिक्र किया है |

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में कुल पांच स्थायी ( अमेरिका , रूस , फ्रांस , इंग्लैंड और चीन ) और दस अस्थाई सदस्य है |

अगर कोई देश या देश का नागरिक अमानवीय कार्य करता है या मानवता को खतरा पहुंचाता है तो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ( UNSC) उस देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है | 

हालाँकि चीन अबतक जैश-ए-मुहम्मद के सरगना अजहर मसूद को आतंकी घोषित करने के UNSC के प्रस्ताव का विरोध करता आया है लेकिन अब चीन ने भी इसका समर्थन कर दिया है |

ऐसे में UNSC के देश भी पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने की तेयारी में है | इससे से स्पष्ट हो जाता है कि पाकिस्तान अब कुछ दिनों का मेहमान रह गया है या फिर आतंकवाद का साथ छोड़ना होगा पाकिस्तान को | ये अबतक की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई होगी पाकिस्तान पर |


Comments

Popular posts from this blog

लिबरल गैंग की धमकी ! पाकिस्तान पर किया हमला तो भारत में होगा गृह युद्ध !

पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के हमले के बाद भारत द्वारा जवाबी कार्रवाई के ऐलान से डरे हुए तथाकथित उदारवादी और तथाकथित बुद्धिजीवी लगातार शांति की अपील करते आ रहे है, तथा देश की जनता को शांति रखने और खून खराबा नही करने की नसीहत देते आ रहे है| ये उनकी शांति की अपील नही बल्कि उन आतंकवादियो का बचाव करने की मुहीम थी| ये सर्वविदित है | लेकिन भारतीयों के गुस्से का उबाल अभी थमा भी नही है कि ये तथाकथित शांतिदूत अपनी असलियत पर आ गये, जिसके लिए वो जाने जाते है| दरअसल हुआ यूँ कि दिल्ली के विधायक और प्रखर राष्ट्रवादी कपिल मिश्रा ने पुलवामा मामले पर अपना गुस्सा दिखाते हुए ट्विट किया कि- ''पुलवामा का बदला सिर्फ एक सर्जिकल स्ट्राइक या दुश्मन के 40-50 सिपाही मार देने से नही आयेगा बल्कि आतंकवाद की कोख को ख़त्म कर देने से आयेगा ''    दरअसल यहाँ आतंकवाद की कोख का मतलब पाकिस्तान से था | फिर क्या था कपिल मिश्रा का ये बयान आते ही तथाकथित बुद्धिजीवी लोग भड़क गये और अपने पाकिस्तान प्रेम में देशविरोधी बयान देने लगे | दिल्ल्ली की आम आदमी पार्टी की विधायक ने पाकिस्तान के प्रध

राफेल दस्तावेज़ चोरी, विपक्ष के लिए खतरे की घंटी |

pic. credit- www.opindia.com बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में राफेल डील को लेकर पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई हुई | भारत सरकार के अटोर्नी जनरल ने राफेल डील के कुछ अहम् दस्तावेज़ चोरी होने की दलील दी है | अटोर्नी जनरल का कहना है कि रक्षा मंत्रालय से राफेल डील को लेकर कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ चोरी हो गये है और सरकार इसकी जाँच कर रही है | अटोर्नी जनरल की ये दलील उन लोगों पर भारी पड़ सकती है जो अबतक मोदी सरकार पर राफेल डील को लेकर आरोप लगा रहे थे | जिसमें विपक्ष के साथ साथ वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण और ''द हिन्दू ''   पत्रिका के संपादक एन राम पर गाज गिरने की पूरी संभावना है | गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पत्रिका ''द हिन्दू'' ने राफेल डील सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज तोड़ मरोड़कर सार्वजनिक किये थे जिस पर रक्षा मंत्रालय ने सफाई दी थी | इन दस्तावेजों को सार्वजनिक करने और रक्षामंत्रालय से चोरी करने में द हिन्दू के संपादक एन राम और वकील प्रशांत भूषण की मुख्य भूमिका रही थी | अटोर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि याचिकाकर्ता द्वारा पेश किये गये दस्तावेज रक्ष

न्यूज़ीलैण्ड आतंकवादी हमले के बाद मोदी को दोष दे रहा है एजेंडा मीडिया |

शुक्रवार को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर की दो मस्जिदों पर आतंकवादी हमला हो गया जिसमे करीब 49 निर्दोष लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल है | सुनियोजित इस कायराना हमले की पुरे विश्व में आलोचना हो रही है और पूरी दुनिया में इस हमले को लेकर गुस्सा है | इसी कड़ी में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हमले पर दुःख जताते हुए न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्ड्नर को पत्र लिखा |     एक आधिकारिक वक्तव्य के अनुसार पीएम मोदी ने अपनी चिट्ठी में क्राइस्टचर्च में जघन्य हमले में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की और घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है | पीएम मोदी ने इस कठिन घड़ी में न्यूजीलैंड के मित्रवत लोगों के प्रति पूरी एकजुटता व्यक्त की. प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि भारत आतंकवाद के हर स्वरूप और ऐसे कार्यों का समर्थन देने वालों की कड़ी निंदा करता है|  लेकिन कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी लोग अपनी गन्दी मानसिकता लेकर पीएम मोदी पर हमलावर हो गये | अपनी घटिया मानसिकता का परिचय देते हुए इन लोगों का कहना था कि पीएम मोदी ने क्राइस्टचर्च आतंकी हमले में मारे गये लोग